Upay For Beautiful Wife: सुंदर पत्नी प्राप्ति मंत्र - पत्नीं मनोरमां देहि - Durga Saptashati Mantra
सुंदर पत्नी पाने के ज्योतिषीय उपाय (हिंदी में)
जन्म के समय ही सब निर्धारित होता है
जिस प्रकार माता-पिता का स्नेह, भाई-बहन का दुलार आदि जन्म से ही तय हो जाते हैं, उसी तरह सुंदर पत्नी का योग भी जन्म कुंडली में निर्धारित होता है।
सप्तम भाव में राहु
दिल्ली के भारतीय विद्या भवन के वरिष्ठ ज्योतिषाचार्य अनिल कुमार सिंह के अनुसार, जिनकी जन्म कुंडली के सप्तम भाव में राहु स्थित होता है, उन्हें अक्सर सुंदर पत्नी प्राप्त होती है।
सप्तम और अष्टम भाव का शुक्र से संबंध
जन्म कुंडली के सप्तम और अष्टम भाव का शुक्र ग्रह से संबंध होने पर भी सुंदर पत्नी का योग बनता है।
उप पद का राहु-केतु से संबंध
यदि जन्म कुंडली में उप पद का संबंध राहु-केतु से हो जाए, तो पत्नी विदेशी या भिन्न संस्कृति से हो सकती है।
सुंदर पत्नी पाने का मंत्र
दुर्गा सप्तशती में यह श्लोक है:
"पत्नी मनोमां देहि मनोवृत्तानुसारिणीम्।
तारिणी दुर्गसंसारसागरस्य कुलोद्ववाम।"
इस मंत्र के माध्यम से माँ दुर्गा से यह प्रार्थना की जाती है कि पत्नी उत्तम कुल की हो, हर सुख-दुख में सहारा बने और कठिन जीवन यात्रा को सरल बना दे।
पाठ करने की विधि
- हर शुक्रवार को स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- हाथ में फूल, अक्षत और मुद्रा लेकर इस मंत्र का पाठ करें।
- पाठ के बाद माँ दुर्गा के चरणों में फूल और अक्षत अर्पित करें।
- नियमित रूप से इस प्रक्रिया को करने से मनोकामना शीघ्र पूरी हो सकती है।
सुंदरता का सही अर्थ
ज्योतिषाचार्य अनिल कुमार सिंह बताते हैं कि सुंदरता केवल तन की नहीं, बल्कि मन की होनी चाहिए। पत्नी ऐसी होनी चाहिए जो अपने पति और परिवार को समझे और उन्हें खुश रख सके।