अश्विन (Ashwin) ऐसा महीना है जिसका हर दिन बहुत खास है क्योंकि इस महीने में 15 दिन चलने वाले पितृ पक्ष और 9 दिन चलने वाली नवरात्रि (Navratri 2021) आती हैं. बचे हुए दिनों में भी कोई न कोई व्रत-त्योहार पड़ता है.
हिंदू धर्म में वैसे तो हर महीना अपने आप में खास होता है और उनमें कई व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं. लेकिन कुछ महीने उत्सवों से भरपूर रहते हैं. अश्विन (Ashwin Month) भी ऐसा ही महीना है, जिसमें नवरात्रि (Navratri) का उत्सव होता है और फिर धूमधाम से बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा (Dussehra ) मनाया जाता है. देवी का आशीर्वाद पाने से पहले पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए पितृ पक्ष में तर्पण-श्राद्ध किए जाते हैं. अब इस महीने का पहला पखवाड़ा खत्म होने को है. आइए जानते हैं इस महीने के बाकी बचे दिनों में क्या करना चाहिए और क्या नहीं.
अगले 18 दिनों तक रखें इन बातों का ख्याल
अश्विन महीना 22 अक्टूबर तक चलेगा. इस दौरान नवरात्रि, दशहरा, शरद पूर्णिमा, करवा चौथ जैसे अहम व्रत-त्योहार पड़ेंगे. मान्यता है कि समुद्र मंथन के दौरान माता लक्ष्मी (Mata Laxmi) अश्विन महीने की पूर्णिमा को ही प्रकट हुईं थीं. माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए इस पूर्णिमा पर उनकी पूजा और उपाय भी किए जाते हैं. धर्म-शास्त्रों में अश्विन महीने को लेकर नियम (Rules) भी बताए गए हैं, साथ ही भगवान की कृपा पाने के लिए कुछ खास काम करने की सलाह भी दी गई है.
– अश्विन महीने में दान-धर्म करने से दोगुना पुण्य मिलता है.
– इस महीने में किसी से भी मनमुटाव-झगड़ा न करें. अपने मन को शांत रखें.
– जितना संभव हो इस महीने में तिल और घी का दान करें.
– इस महीने में दूध और करेला न खाएं.
– अश्विन महीने के पहले आधे हिस्से में पितृ पक्ष होता है और दूसरे हिस्से में नवरात्रि, दशहरा मनाया जाता है. इस लिहाज से इस पूरे महीने में पवित्रता का बहुत ध्यान रखना चाहिए और तामसिक भोजन, शराब का सेवन नहीं करना चाहिए.
– संभव हो तो पूरे महीने दुर्गा सप्तशती का पाठ करें. ऐसा करने से मां दुर्गा विशेष कृपा करती हैं और सारे संकट दूर करके खुशियों से झोली भर देती हैं.