छींक आना किसी अपशगुन का संकेत देती है तो यह पैसे मिलने, घर में शुभ काम होने जैसे शुभ संकेत भी देती है. शगुन शास्त्र में छींकने से जुड़े कई तरह के शुभ-अशुभ संकेतों के बारे में बताया गया है.
छींकना साधारण समस्या है. सर्दी-जुकाम होने पर या धूल के कारण छींक आना आम बात है. आमधारणा है कि कहीं निकलते समय या शुभ काम से पहले छींक आ जाए तो यह अपशगुन होने का संकेत होता है. जबकि हर बार छींक आना अशुभ नहीं होता है. शगुन शास्त्र में छींक से मिलने वाले कई तरह के शुभ-अशुभ संकेतों के बारे में बताया है.
अशुभ नहीं शुभ भी होती है ऐसी छींक :
– भोजन करते समय छींक आना अच्छा नहीं होता है.
– वहीं दवा लेते समय छींक आना बहुत शुभ संकेत होता है. इससे मतलब है कि व्यक्ति जल्दी ठीक होने वाला है.
– घर से निकलते समय यदि एक छींक आए तो यह अशुभ होता है लेकिन एक से ज्यादा बार छींक आना शुभ होता है और जिस काम के लिए जा रहे हैं, उसमें सफलता मिलती है.
– यात्रा पर निकलते समय यदि बाईं ओर खड़ा व्यक्ति छींक दे तो यात्रा टाल देना ही बेहतर होता है. जबकि यात्रा पर निकलते समय दक्षिण या पश्चिम दिशा से छींक की आवाज आना बेहद शुभ होता है.
– धार्मिक अनुष्ठान या पूजा-पाठ शुरू करते समय आपको या किसी दूसरे को छींक आए तो यह अच्छा संकेत नहीं है. यह आपके काम में बाधा आने का संकेत है.
– कभी भी उत्तर या पश्चिम दिशा से छींक की आवाज सुनाई दे तो यह आपको पैसा मिलने का साफ संकेत है. साथ ही ऐसा होने पर करियर में तरक्की के भी योग बनते हैं.
– इसके अलावा उत्तर-पूर्व (ईशान कोण) से आई छींक की आवाज घर में मांगलिक कार्य होने का पूर्व संकेत है. वहीं उत्तर दिशा से छींक की आवाज आना घर में झगड़ा होने का संकेत होता है. ऐसे समय में लोगों को आपस में संयमित व्यवहार करना चाहिए.
– यदि श्मशान घाट में किसी ऐसी जगह पर छींक आए जहां दुख का माहौल हो तो यह छींक शुभ होती है.