शनिदेव अपनी ही राशि कुंभ में वक्री होने जा रहे हैं। शनि 5 जून से कुंभ में उल्टी चाल से चलना आरंभ करेंगे। शनि की उल्टी चाल धीमी होती है। ज्योतिष में ऐसा माना जाता है कि इस दौरान शनि को चलने में काफी पीड़ा होती है। शनि की उल्टी चाल 5 जून देर रात 3 बजकर 16 मिनट पर शुरू होग और शनि महाराज 141 दिनों तक उलटी चाल चलेंगे। इस दौरान 5 जून से 12 जुलाई को दोपहर 2 बजकर 52 मिनट तक कुंभ राशि में चलेंगे इसके बाद वक्री चाल से मकर राशि में प्रवेश कर जाएंगे। यहां शनि महाराज 23 अक्टूबर तक वक्री अवस्था में रहेंगे। इन 141 दिनों के बीच शनि महाराज अर्थव्यवस्था को किस तरह से प्रभावित कर सकते हैं
शनि की वक्री चाल हम सभी की निजी जिंदगी के अलावा वित्तीय संस्थानों एवं अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित कर सकती है। इतना ही नहीं शनि वक्री होने पर शेयर बाजार पर भी काफी असर दिखेगा।
महिलाओं और आईटी से जुड़े लोगों के लिए अच्छे मौके
शनि का वक्री होना ऐसा समय रहेगा जब जब बुध, शुक्र, बृहस्पति और शनि समय अंतराल पर अपनी-अपनी राशियों में गोचर में होंगे। इस स्थिति में शेयर बाजार में तेजी से उतार-चढाव दिखेगा। लेकिन 12 जुलाई के बाद जब शनि अपनी राशि मकर में वक्री होकर लौटेंगे तब व्यवसायियों और महिलाओं के लिए यह समय अच्छा साबित हो सकता है। आईटी क्षेत्र, वित्तीय संस्थान भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे, क्योंकि इस समय बृहस्पति गोचर कर रहा होगा।
निवेश करने वालों के लिए अच्छा समय लाएंगे शनिदेव
जो लोग निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए भी यह अच्छा समय हो सकता है। कॉस्मेटिक और ब्रांड, नीति न्याय क्षेत्र और सरकारी क्षेत्र से जुड़े लोगों को इस समय आगे बढ़ने का अवसर मिल सकता है। जो लोग इन क्षेत्रों में अपनी किस्मत आजमाने की कोशिश में हैं उन्हें प्रयास तेज कर देना चाहिए, सफलता की प्रबल संभावना रहेगी। वैसे शनि वक्री होने के बाद शेयर बाजार को फिर से उठने में कुछ समय लगेगा, ऐसे में आपने शेयर में पैसे लगाए हुए हैं तो धैर्य का दामन थामे रखें।
इन 4 राशियों के लोग संभलकर रहें
ऐसा माना जाता है कि शनि की वक्री अवस्था हमारे व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में कई बदलाव लाते हैं। शनि वक्री अवस्था में रहकर 4 राशियों को सबसे अधिक प्रभावित कर सकते हैं। इसमें मेष राशि, कुंभ राशि, कर्क राशि और मकर राशि शामिल हैं। ऐसे में इन राशियों को संभलकर रहने की जरूरत है।
शनि वक्री शुरू और समाप्त होने की तारीख
शनि कुंभ राशि में वक्री 5 जून सुबह 3 बजकर 16 मिनट पर
शनि मकर राशि में वक्री प्रवेश 12 जुलाई दोपहर 2 बजकर 52 मिनट
शनि वक्रत्व समाप्त 23 अक्टूबर 2022