Jyeshtha Month 2023 : हिंदू पंचांग के मुताबिक जेष्ठ माह की शुरुआत हो चुकी है. सनातन धर्म में जेष्ठ माह की महिमा अपरंपार है. इस माह में चार मंगलवार पड़ेंगे. हर मंगलवार के दिन दूर-दराज से श्रद्धालु पवन पुत्र बजरंगबली के मंदिर में पहुंचकर दर्शन पूजन करते हैं. इतना ही नहीं इसी माह में कड़कड़ाती धूप अपने सितम पर रहती है. इस महीने में जल का भी अपना अलग महत्व है.
धार्मिक मान्यता के मुताबिक इसी महीने में भगवान राम और पवन पुत्र हनुमान की मुलाकात हुई थी. जेष्ठ माह में आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. बताते हैं कि जेष्ठ का माह छह मई से शुरू हो चुका है जो चार जून को समाप्त होगा. जेष्ठ के महीने में सनातन धर्म से जुड़े हुए कई पर्व-त्योहार मनाए जाते हैं. इस महीने में कुछ बातों पर विशेष ध्यान देना चाहिए.
जेष्ठ के महीने में इन कामों से करें परहेज
कथावाचक पवन दास शास्त्री बताते हैं कि जेष्ठ माह में दोपहर के समय सोने से परहेज करना चाहिए. मान्यता है कि जेष्ठ के महीने में दोपहर में सोने से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. पेड़ पौधे को समय-समय पर जल डालना चाहिए. इसके अलावा, पानी को बर्बाद करने से परहेज करना चाहिए. ऐसा करने से समस्त देवी-देवता की कृपा प्राप्त होती है. इतना ही नहीं, इस महीने गरीब असहाय लोगों को दान करना चाहिए. बेवजह किसी को परेशान करने से बचना चाहिए.
दूसरी तरफ, जेष्ठ के महीने में जितने भी मंगलवार पड़ते हैं, उस दिन बजरंगबली को मोतीचूर के लड्डू का भोग लगाना चाहिए. इसके अलावा, हनुमान जी का दर्शन-पूजन करना चाहिए. इस दिन ना ही किसी को कर्ज दें, और ना ही किसी से कर्ज लें.