राष्ट्रीय मिति कार्तिक 13, शक संवत् 1944, कार्तिक शुक्ल, एकादशी, शुक्रवार। विक्रम संवत् 2079। सौर कार्तिक मास प्रविष्टे 19, रवि-उल्सानी-08, हिजरी 1444 (मुस्लिम), तदनुसार अंग्रेजी तारीख 4 नवंबर सन् 2022 ई॰।
सूर्य दक्षिणायण दक्षिण गोल, हेमन्त ऋतु। राहुकाल पूर्वाह्न 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक। एकादशी तिथि सायं 06 बजकर 09 मिनट तक उपरांत द्वादशी तिथि का आरंभ।
पूर्वाभाद्रपद नखत्र अर्धरात्रोत्तर 12 बजकर 12 मिनट तक उपरांत उत्तराभाद्रपद नक्षत्र का आरंभ। व्याघात योग अर्धरात्रोत्तर 03 बजकर 15 मिनट तक उपरांत हर्षण योग का आरंभ। वणिज करण प्रातः 06 बजकर 50 मिनट तक उपरांत बालव करण का आरंभ। चंद्रमा सायं 6 बजकर 19 मिनट तक कुंभ उपरांत मीन राशि पर संचार करेगा।
आज के व्रत त्योहार : हरिप्रबोधिनी एकादशी व्रत, तुलसी विवाह
सूर्योदय का समय 4 नवंबर 2022 : सुबह 6 बजकर 35 मिनट पर।
सूर्यास्त का समय 4 नवंबर 2022 : शाम 5 बजकर 34 मिनट पर।
आज का शुभ मुहूर्त 4 नवंबर 2022 :
अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11 बजकर 42 मिनट से 12 बजकर 26 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 54 मिनट से 2 बजकर 38 मिनट तक रहेगा। निशीथ काल मध्यरात्रि 11 बजकर 39 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम 5 बजकर 34 मिनट से 6 बजे तक। अमृत काल शाम को 4 बजकर 24 मिनट से 5 बजकर 58 मिनट तक रहेगा।
आज का अशुभ मुहूर्त 4 नवंबर 2022 :
राहुकाल सुबह 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक। दोपहर में 3 बजकर 30 मिनट से 4 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। सुबह 7 बजकर 30 मिनट से 9 बजे तक गुलिक काल रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 8 बजकर 47 मिनट से 9 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। उसके बाद दोपहर में 12 बजकर 26 मिनट से 1 बजकर 10 मिनट तक। भद्रा सुबह 6 बजकर 46 मिनट से शाम को 6 बजकर 8 मिनट तक। पंचक पूरे दिन रहेगा।
आज का उपाय : आज देवप्रबोधिनी एकादशी है। तुलसी पर दीपक जलाएं और सुहाग की सभी सामग्री अर्पित करें।