Today Panchang in Hindi: Aaj Ka Panchang Hindi Mein 01 March 2025 शनिवार का पंचांग जानें के लिए देखें राशिफल टूडे

शुभ मुहूर्त की हमें आवश्यकता किसी न किसी कार्य में प्रतिदिन पड़ ही जाती है। चाहे हमें घर खरीदना हो, सोना खरीदना हो, किसी महत्वपूर्ण कार्य के लिए जाना हो, या फिर पर्व-त्योहार की बात हो, जैसे एकादशी, पूर्णिमा या अमावस्या।

March 2025 Panchang
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Aaj Ka Panchang Hindi Mein 1 March 2025: शुभ मुहूर्त की हमें आवश्यकता किसी न किसी कार्य में प्रतिदिन पड़ ही जाती है। चाहे हमें घर खरीदना हो, सोना खरीदना हो, किसी महत्वपूर्ण कार्य के लिए जाना हो, या फिर पर्व-त्योहार की बात हो, जैसे एकादशी, पूर्णिमा या अमावस्या। माह में पड़ने वाले व्रत-त्योहारों की सही तिथि जानने के लिए हमें पंचांग देखने की जरूरत होती है।

पंचांग का अर्थ – तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण। इन पांचों को मिलाकर हम यह देखते हैं कि आज कौन सा कार्य करना शुभ रहेगा और उसका फल कैसा मिलेगा।
मैं आचार्य सुशील गिरि, आपके लिए प्रतिदिन विश्वविजयी पंचांग (दिल्ली) के अनुसार गणना करके लाता हूं। आइए जानते हैं आज का पंचांग:


आज का पंचांग - 1 मार्च 2024


🗓 हिन्दू मास एवं वर्ष

विवरण

मान्यताएँ

चन्द्र मास

अमांत - माघ

पूर्णिमांत - फाल्गुन

वैदिक ऋतु

शिशिर

द्रिक ऋतु

वसंत

विक्रम संवत

2081, पिंगल

शक संवत

1946, क्रोधी


📅 आज की तिथि एवं नक्षत्र

विवरण

तिथि और समय

तिथि

शुक्ल पक्ष द्वितीया - Mar 01 03:16 AM – Mar 02 12:09 AM

शुक्ल पक्ष तृतीया - Mar 02 12:09 AM – Mar 02 09:02 PM

नक्षत्र

पूर्वभाद्रपदा - Feb 28 01:40 PM – Mar 01 11:22 AM

उत्तरभाद्रपदा - Mar 01 11:22 AM – Mar 02 08:59 AM

करण

बालव - Mar 01 03:16 AM – Mar 01 01:43 PM

कौलव - Mar 01 01:43 PM – Mar 02 12:09 AM

तैतिल - Mar 02 12:09 AM – Mar 02 10:35 AM

योग

साध्य - Feb 28 08:07 PM – Mar 01 04:24 PM

शुभ - Mar 01 04:24 PM – Mar 02 12:39 PM


🌞 सूर्य और चंद्रमा की स्थिति

ग्रह

स्थिति

सूर्य राशि

कुंभ

चन्द्र राशि

चन्द्रमा मीन राशि पर संचार करेगा


🌞 सूर्य और चंद्रमा का समय

घटना

समय

सूर्योदय

6:52 AM

सूर्यास्त

6:26 PM

चन्द्रोदय

Mar 01 7:37 AM

चन्द्रास्त

Mar 01 8:00 PM


🕉️ आज का शुभ मुहूर्त

शुभ मुहूर्त

समय

अभिजीत मुहूर्त

12:15 PM – 01:02 PM

ब्रह्म मुहूर्त

07:04 AM – 08:32 AM, 04:08 AM – 05:35 AM

अमृत काल

05:15 AM – 06:03 AM

त्यौहार और व्रत

  1. चंद्र दर्शन
  2. रामकृष्ण जयंती
  3. फुलेरा दूज


पंचांग क्या होता है

ज्योतिष शास्त्र में पंचांग का अर्थ पाँच अंगों से मिलकर बनना है। ये पाँच अंग हैं: तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण। इन्हीं पाँचों अंगों के संयोग से पंचांग बनता है। किसी भी शुभ मुहूर्त के लिए इन पाँचों अंगों को ध्यान में रखा जाता है। इनके आधार पर ही ज्योतिषी गणना करते हैं और फिर व्यक्ति के जन्म कुंडली के अनुसार स्थिर और चलित शुभ मुहूर्त निर्धारित किए जाते हैं।


पंचांग के पाँच अंग:

तिथि (Tithi):

तिथि चंद्रमा की स्थिति के आधार पर निर्धारित होती है। एक मास में 30 तिथियाँ होती हैं, जो शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में बँटी होती हैं। तिथि के अनुसार ही धार्मिक और शुभ कार्यों का समय निर्धारित किया जाता है।

वार (Vaar):

वार सप्ताह के सात दिनों को कहते हैं। हर दिन का अपना एक विशेष महत्व होता है। जैसे, सोमवार को शिवजी की पूजा की जाती है, गुरुवार को विष्णु जी की पूजा की जाती है, आदि।

नक्षत्र (Nakshatra):

नक्षत्र चंद्रमा की स्थिति के आधार पर निर्धारित होते हैं। कुल 27 नक्षत्र होते हैं। हर नक्षत्र का अपना एक विशेष प्रभाव होता है। शुभ कार्यों के लिए नक्षत्रों को ध्यान में रखा जाता है।

योग (Yoga):

योग सूर्य और चंद्रमा की स्थिति के आधार पर बनता है। कुल 27 योग होते हैं। योग के अनुसार ही कार्यों की शुभता और अशुभता तय की जाती है।

करण (Karan):

करण तिथि के आधे भाग को कहते हैं। एक तिथि में दो करण होते हैं। कुल 11 करण होते हैं। करण के अनुसार भी शुभ और अशुभ कार्यों का निर्धारण किया जाता है।

पंचांग का महत्व:

पंचांग के इन पाँचों अंगों को मिलाकर किसी भी शुभ कार्य के लिए उचित समय निर्धारित किया जाता है। ज्योतिषी इन अंगों को देखकर व्यक्ति की जन्म कुंडली के अनुसार स्थिर (जैसे विवाह, गृह प्रवेश) और चलित (जैसे यात्रा, नौकरी शुरू करना) मुहूर्त निकालते हैं।

उदाहरण:

विवाह मुहूर्त: विवाह के लिए शुभ तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण का चयन किया जाता है।

गृह प्रवेश: गृह प्रवेश के लिए भी इन पाँचों अंगों को ध्यान में रखा जाता है।

नया कार्य शुरू करना: नया व्यवसाय या नौकरी शुरू करने के लिए भी पंचांग के अनुसार शुभ समय निर्धारित किया जाता है।

इस प्रकार, पंचांग ज्योतिष शास्त्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो हमें शुभ और अशुभ समय का ज्ञान देता है। यह हमारे जीवन को सुखी और सफल बनाने में मदद करता है।



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