16 March 2025 Tithi: Aaj Ka Panchang Tithi Hindi Mein 16 March 2025 रविवार का पंचांग जानें के लिए देखें राशिफल टूडे
16 March 2025 Tithi: वैदिक ज्योतिष मार्च 16, 2025 पंचांग हिंदी में. दैनिक हिन्दू पंचांग के अनुसार 2025 मार्च 16 चैत्र कृष्ण पक्ष द्वितीया तिथि है. देखें 16- 03-2025 शुभ मुहूर्त पंचांग, तिथि, योग, राहुकाल.
Aaj Ka Panchang Hindi Mein 16 March-2025
ज्योतिष शास्त्र में पंचांग का अर्थ पाँच अंगों से मिलकर बना है। ये पाँच अंग हैं: तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण। इन्हीं पाँचों अंगों के संयोग से पंचांग बनता है। किसी भी शुभ मुहूर्त के लिए इन पाँचों अंगों को ध्यान में रखा जाता है। इनके आधार पर ही ज्योतिषी गणना करते हैं और फिर व्यक्ति के जन्म कुंडली के अनुसार स्थिर और चलित शुभ मुहूर्त निर्धारित किए जाते हैं।
आज का पंचांग - 16 मार्च 2025
हिन्दू मास एवं वर्ष
विवरण
मान्यताएँ
चन्द्र मास
अमांत - माघ
पूर्णिमांत - फाल्गुन
वैदिक ऋतु
शिशिर
द्रिक ऋतु
वसंत
विक्रम संवत
2081, पिंगल
शक संवत
1946, क्रोधी
📅 आज की तिथि एवं नक्षत्र
विवरण
तिथि और समय
तिथि
कृष्ण पक्ष द्वितीया - Mar 15 02:33 PM – Mar 16 04:58 PM
कृष्ण पक्ष तृतीया - Mar 16 04:58 PM – Mar 17 07:33 PM
नक्षत्र
हस्त - Mar 15 08:54 AM – Mar 16 11:45 AM
चित्रा - Mar 16 11:45 AM – Mar 17 02:47 PM
करण
गर - Mar 16 03:44 AM – Mar 16 04:58 PM
वणिज - Mar 16 04:58 PM – Mar 17 06:15 AM
विष्टि - Mar 17 06:15 AM – Mar 17 07:33 PM
योग
वृद्धि - Mar 15 01:59 PM – Mar 16 02:48 PM
ध्रुव - Mar 16 02:48 PM – Mar 17 03:44 PM
त्यौहार और व्रत
मीन सूर्य राशि
🌞 सूर्य और चंद्रमा की स्थिति
ग्रह
स्थिति
सूर्य राशि
मीन
चन्द्र राशि
कन्या राशि पर संचार करेगा
🌞 सूर्य और चंद्रमा का समय
घटना
समय
सूर्योदय - 6:38 AM
सूर्यास्त - 6:32 PM
चन्द्रोदय - Mar 16 8:24 PM
चन्द्रास्त - Mar 17 8:02 AM
🕉️ आज का शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त
समय
अभिजीत मुहूर्त - 12:11 PM – 12:59 PM
अमृत काल - 05:02 AM – 06:49 AM
ब्रह्म मुहूर्त - 05:01 AM – 05:49 AM
द्विपुष्कर योग - Mar 16 11:45 AM - Mar 16 04:58 PM
अमृतसिद्धि योग - Mar 16 06:38 AM - Mar 16 11:45 AM
सर्वार्थसिद्धि योग - Mar 16 06:38 AM - Mar 16 11:45 AM
⚠️ गण्डमूल नक्षत्र
नक्षत्र
समय
गण्डमूल नक्षत्र-नहीं
पंचांग क्या होता है
शुभ मुहूर्त की हमें आवश्यकता किसी न किसी कार्य में प्रतिदिन पड़ ही जाती है। चाहे हमें घर खरीदना हो, सोना खरीदना हो, किसी महत्वपूर्ण कार्य के लिए जाना हो, या फिर पर्व-त्योहार की बात हो, जैसे एकादशी, पूर्णिमा या अमावस्या। माह में पड़ने वाले व्रत-त्योहारों की सही तिथि जानने के लिए हमें पंचांग देखने की जरूरत होती है।