15 March 2025 Tithi: Aaj Ka Panchang Tithi Hindi Mein 15 March 2025 शनिवार का पंचांग जानें के लिए देखें राशिफल टूडे

15 March 2025 Tithi: वैदिक ज्योतिष मार्च 15, 2025 पंचांग हिंदी में. दैनिक हिन्दू पंचांग के अनुसार 2025 मार्च 15 चैत्र कृष्ण पक्ष प्रतिपदा तिथि है. देखें 15- 03-2025 शुभ मुहूर्त पंचांग, तिथि, योग, राहुकाल.

March 2025 Panchang
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Aaj Ka Panchang Hindi Mein 15 March-2025

ज्योतिष शास्त्र में पंचांग का अर्थ पाँच अंगों से मिलकर बना है। ये पाँच अंग हैं: तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण। इन्हीं पाँचों अंगों के संयोग से पंचांग बनता है। किसी भी शुभ मुहूर्त के लिए इन पाँचों अंगों को ध्यान में रखा जाता है। इनके आधार पर ही ज्योतिषी गणना करते हैं और फिर व्यक्ति के जन्म कुंडली के अनुसार स्थिर और चलित शुभ मुहूर्त निर्धारित किए जाते हैं।

आज का पंचांग - 15 मार्च 2025

हिन्दू मास एवं वर्ष

विवरण

मान्यताएँ

चन्द्र मास

अमांत - माघ

पूर्णिमांत - फाल्गुन

वैदिक ऋतु

शिशिर

द्रिक ऋतु

वसंत

विक्रम संवत

2081, पिंगल

शक संवत

1946, क्रोधी

📅 आज की तिथि एवं नक्षत्र

विवरण

तिथि और समय

तिथि

शुक्ल पक्ष पूर्णिमा - Mar 13 10:36 AM – Mar 14 12:24 PM

कृष्ण पक्ष प्रतिपदा - Mar 14 12:24 PM – Mar 15 02:33 PM

नक्षत्र

उत्तर फाल्गुनी - Mar 14 06:19 AM – Mar 15 08:54 AM

करण

बव - Mar 13 11:27 PM – Mar 14 12:24 PM

बालव - Mar 14 12:24 PM – Mar 15 01:26 AM

कौलव - Mar 15 01:26 AM – Mar 15 02:33 पं

योग

शूल - Mar 13 01:02 PM – Mar 14 01:23 PM

गण्ड - Mar 14 01:23 PM – Mar 15 01:59 पं

त्यौहार और व्रत

मीन संक्रांति

होली

पूर्णिमा व्रत

🌞 सूर्य और चंद्रमा की स्थिति

ग्रह

स्थिति

सूर्य राशि

मीन

चन्द्र राशि

12:56 PM तक सिंह राशि उपरांत कन्या राशि पर संचार करेगा

🌞 सूर्य और चंद्रमा का समय

घटना

समय

सूर्योदय - 6:40 AM

सूर्यास्त - 6:31 PM

चन्द्रोदय - Mar 14 6:44 PM

चन्द्रास्त - Mar 15 7:03 AM

🕉️ आज का शुभ मुहूर्त

शुभ मुहूर्त

समय

अभिजीत मुहूर्त - 12:12 PM – 12:59 PM

अमृत काल - 12:54 AM – 02:40 AM

ब्रह्म मुहूर्त - 05:03 AM – 05:51 AMHindi Panchang 2025 हिन्दू पंचांग 2025 panchang in hindi

⚠️ गण्डमूल नक्षत्र

नक्षत्र

समय

गण्डमूल नक्षत्र-नहीं

पंचांग क्या होता है

शुभ मुहूर्त की हमें आवश्यकता किसी न किसी कार्य में प्रतिदिन पड़ ही जाती है। चाहे हमें घर खरीदना हो, सोना खरीदना हो, किसी महत्वपूर्ण कार्य के लिए जाना हो, या फिर पर्व-त्योहार की बात हो, जैसे एकादशी, पूर्णिमा या अमावस्या। माह में पड़ने वाले व्रत-त्योहारों की सही तिथि जानने के लिए हमें पंचांग देखने की जरूरत होती है।

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