भारत की स्थिति में दो अंक का सुधार हुआ है। भारत का पासपोर्ट दो अंको के सुधार के साथ वर्तमान में 85वें स्थान पर है। भारतीय पासपोर्ट धारक 59 देशों में वीजा मुक्त यात्रा कर सकता है।
लंदन स्थित वैश्विक नागरिकता और निवास सलाहकार फर्म हेनले एंड पार्टनर्स ने साल 2023 में दुनिया के सबसे मजबूत और कमजोर पासपोर्ट वाले देशों की सूची जारी की है। इस सूची में 199 पासपोर्ट्स और 227 ट्रेवल डेस्टिनेशन शामिल हैं। दुनिया में सबसे मजबूत और कमजोर पासपोर्ट एशिया के ही देशों का हैं यानि जापान इस लिस्ट में सबसे ऊपर और सबसे कमजोर पासपोर्ट अफगानिस्तान का है। पासपोर्ट इंडेक्स में भारत की रैंक 85 है क्योंकि भारत के नागरिक केवल 59 देशों में वीजा फ्री या वीजा ऑन अराइवल के साथ ट्रेवल कर सकते हैं।
भारत से पीछे जिन पड़ोसी देशों की रैकिंग है, उनमें नेपाल (103 रैंक, 38 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल), पाकिस्तान (106 रैंक, 32 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल), भूटान (90 रैंक, 53 देशी में वीजा-फ्री ट्रैवल), बांग्लादेश (101 रैंक, 41 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल), म्यांमार (96 रैंक, 47 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल), श्रीलंका (100 रैंक, 42 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल), और अफगानिस्तान (109 रैंक, 27 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल) शामिल हैं। जबकि भारत से आगे रैंक वाले देशों में चीन (66 रैंक, 80 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल) और मालदीव (61 रैंक, 89 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल) शामिल हैं।
सबसे मजबूत जापान का पासपोर्ट
जापान के पासपोर्ट को दुनिया में सबसे मजबूत पासपोर्ट माना गया है क्योंकि वह एक मजबूत अर्थव्यवस्था एवं राजनीतिक स्थिरता वाला विकसित देश है। यही एक खास बात इसके पासपोर्ट की ताकत में भी इजाफा करती है। जापान के नागरिक 193 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल कर सकते हैं।
सिंगापुर और दक्षिण कोरिया दूसरे नंबर पर
जापान के बाद, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया के पासपोर्टस को सबसे मजबूत माना गया है क्योंकि वे अधिकांश देशों में वीजा-फ्री या वीजा ऑन-अराइवल यात्रा कर सकते हैं। दोनों देशों के नागरिक 227 देशों में से 192 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल कर सकते हैं।
तीसरे नंबर पर जर्मनी और स्पेन
यूरोपीय संघ और G7 का सदस्य जर्मनी एक बड़ी एवं स्थिर अर्थव्यवस्था हैं जोकि उसके पासपोर्ट की मजबूती का कारण है। वहीं बात की जाये स्पेन की तो यह देश पर्यटकों, व्यापारियों और छात्रों के लिये आकर्षण का केंद्र है। रिपोर्ट के मुताबिक जर्मनी और स्पेन के लोग 190 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल कर सकते हैं।
फिनलैंड, इटली और लक्ज़मबर्ग की चौथी रैकिंग
फिनलैंड एकदम शांतिपूर्ण देश है और वह अंतरराष्ट्रीय संघर्षों में भी नहीं उलझता है, इसलिए इसका पासपोर्ट दुनिया में चौथे नंबर पर है। जबकि इटली की यूरोपीय संघ की सदस्यता एवं भूमिका सहित पर्यटन स्थल के रूप में प्रतिष्ठा भी इसके मजबूत पासपोर्ट में योगदान देती है। लक्ज़मबर्ग एक समृद्ध देश है, इसलिए यहां का पासपोर्ट भी मजबूत है। फिनलैंड, इटली और लक्जमबर्ग के नागरिक 189 देशों में वीजा-फ्री ट्रैवल कर सकते हैं।