झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र जारी है। सत्र के चौथे दिन सदन में सहारा इंडिया में जमा झारखंड के निवेशकों के पैसों का मुद्दा उठाया गया। सहारा इंडिया में झारखंड के हजारों जमाकर्ताओं के करोड़ों रुपये फंसे होने का मामला गुरुवार को सदन में उठा। आजसू विधायक डा. लंबोदर महतो ने कहा कि सहारा इंडिया ने झारखंड के लोगों के करोड़ों रुपये हड़प लिए हैं। राज्य सरकार एक विशेष कमेटी गठित करे तथा सहारा प्रमुख सुब्रत राय को कमेटी के समक्ष बुलाया जाए ताकि जमाकर्ताओं की बड़ी धनराशि वापस हो सके।
जवाब में प्रभारी मंत्री बादल ने कहा कि राज्य सरकार सहारा पर सीधी कार्रवाई नहीं कर सकती। कई एजेंसियां इसपर काम कर रही हैं, जो केंद्र की हैं। विधायक ने सदन में ध्यानाकर्षण के माध्यम से राज्य सरकार से पूछा कि जमाकर्ताओं का पैसा निकालने के लिए क्या किया जा रहा है? उन्होंने कहा कि झारखंड में सिर्फ गोमिया विधानसभा क्षेत्र के जमाकर्ताओं के 500 करोड़ की भुगतान राशि बकाया है। इसमें निवेशकों का मूलधन करीब 1 अरब 70 करोड़ रुपये है, जो ब्याज सहित 500 करोड़ रुपये लौटाए जाने हैं।
लंबोदर महतो ने की ठोस पहली की मांग :
लंबोदर महतो ने सहारा इंडिया में झारखंड के लोगों के करोड़ों रुपये फंसे होने का मुद्दा उठाते हुए इसे वापस दिलाने में सरकार की ठोस पहल की मांग की। बादल ने अपने जवाब में कहा कि सहारा इंडिया का मामला सीधे राज्य सरकार के प्रभाव में नहीं आता है लेकिन आम निवेशकों के पैसे वापस दिलाने को लेकर राज्य सरकार चिंतित है। सरकार की ओर से सुब्रत राय व सेबी से लगातार पत्राचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वित्त विभाग को आम निवेशकों ने सहारा इंडिया के विभिन्न मल्टी को-ऑपरेटिव सोसाइटी से संबंधित कई शिकायतें मिली है। इन शिकायतों को सोसायटी के नियामक संस्था सेंट्रल सजिस्ट्रार, सहारा इंडिया एवं सबंधित जिलों के प्रमंडलीय आयुक्त, उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक को भेजा गया है और जमाकर्ताओं की राशि का भुगतान शीघ्र करने का निर्देश 16 दिसंबर को भी सेंट्रल रजिस्टार को दिया गया है।
गोमिया के 18 हजार निवेशकों का पैसा फंसा :
विधायक लंबोदर महतो ने कहा कि सिर्फ गोमिया प्रखंड के 18.5 हजार निवेशकों और जमाकर्ताओं का 274 करोड़ रुपये का भुगतान सहारा इंडिया ने नहीं किया है। देश के 3 करोड़ लोगों का 19 हजार करोड़ सहारा इंडिया में फंसा हुआ है। सरकार के पास यह आंकड़ा नहीं है कि झारखंड के कितने लोगों का कितना रुपये कब से फंसा हुआ है। उन्होंने सरकार से इस गड़बड़झाला में संवेदनशीलता अपनाते हुए ठोस पहल कर लोगों का पैसा वापस दिलाने की मांग रखी। लंबोदर महतो ने कहा कि सहारा इंडिया का मामला गंभीर है। गरीब, मजदूरों और मध्यमवर्गीय परिवारों का पैसा वापस नहीं किया जा रहा है उन्होंने स्पीकर से विधानसभा की एक विशेष कमिटी बनाने की मांग करते हुए कहा कि सहारा इंडिया के मालिक सुब्रत राय को कमिटी के समक्ष पेश किया जाए।