Bihar Liquor Ban : बिहार में फिर से शराब शुरू करने को लेकर हो विचार!

बिहार में शराबबंदी के 7 साल होने के बाद एक बार फिर शराब शुरू करने को लेकर कई तरह की चर्चाएं तेज हो चुकी हैं। विपक्षी नेताओं ने एक बिहार में शराबबंदी की विफलता को लेकर चर्चा करते हैं। उनका कहना है कि जब बिहार में जहरीली शराब खुलेआम मिल रही है तो क्यों ना सरकार शराबबंदी के फैसले को वापस लेकर एक बार फिर बिहार में शराब को शुरू कर दे।

क्या कहा उदय उदय नारायण चौधरी ने …

लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष और बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने बिहार में शराबबंदी कानून पर पुनर्विचार की बात कही है। उदय नारायण चौधरी ने हालांकि यह कहा कि शराबबंदी कानून ठीक है लेकिन इस कानून के तहत गरीब लोगों को ही निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछड़े, अति पिछड़े, दलित महादलित वर्ग के लोग ही ज्यादातर शराबबंदी कानून के तहत पकड़े जा रहे हैं। इसलिए शराब बंदी कानून की समीक्षा की जानी चाहिए।

शराबबंदी कानून को लेकर क्या कहा था नीतीश कुमार ने …

बिहार में जब से पूर्ण शराब बंदी कानून लागू हुई है तभी से नीतीश कुमार पर इस कानून को लेकर कई तरह से हमले किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई बार यह कह चुके हैं कि महात्मा गांधी नशा मुक्त भारत देखना चाहते थे। महात्मा गांधी के बताए रास्ते पर ही चल रहे हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी कहा था कि बिहार में उन्होंने महिलाओं के कहने पर शराब बंदी कानून लागू किया है। मुख्यमंत्री ये भी कह चुके हैं कि बिहार में शराबबंदी की वजह से घरों में खुशहाली देखने को मिल रही है और सड़क दुर्घटनाएं भी कम हो रही है।

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उदय नारायण चौधरी के बयान पर जेडीयू का पलटवार :

राष्ट्रीय जनता दल के नेता और बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी की ओर से शराब बंदी कानून पर उठाए गए सवाल पर जेडीयू नेता का कहना है कि आरजेडी में तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद यादव ही बयान देने के लिए अधिकृत है। इसलिए अन्य नेताओं के बयान पर तवज्जो देने की जरूरत नहीं है। जेडीयू नेता का कहना है कि बिहार में शराबबंदी कानून के लागू होने के बाद गरीब परिवार के घरों में खुशियां आई है। जो लोग थोड़े से पैसे कमाते थे और उसे शराब में उड़ा देते थे अब उनके घरों में पैसे बच रहे हैं।

जीतन राम मांझी ने भी की थी कुछ ऐसी ही मांग :

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और महागठबंधन सरकार में शामिल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी तो शराबबंदी को लेकर कई बार सवाल उठा चुके हैं। उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि बड़े लोग रात में शराब पी रहे हैं और गरीब घर के लोग पव्वा भर शराब भी पीता है तो उसे जेल में बंद कर दिया जाता है। हाल ही में जीतन राम मांझी ने उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के सामने यह कहा था कि वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से शराब बंदी कानून को समाप्त करने के लिए बात करें। इसके अलावा महागठबंधन सरकार में ही शामिल कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने भी शराबबंदी कानून को लेकर कई बार सवाल खड़े कर चुके हैं।