Chaitra Navratri 2025: 9 दिन की दुर्गा पूजा विधि, दुर्गा पूजा व्रत विधि और पूजा सामग्री सूची

Navratri 2025 में माँ दुर्गा की कृपा पाने के लिए जानिए पूरे 9 दिन की पूजा विधि, दुर्गा पूजा सामग्री, व्रत नियम और कन्या पूजन की सही प्रक्रिया Rashifal Today में

Chaitra navratri 2025 me mata ki sawari
X

Chaitra Navratri 2025: नवरात्रि हिन्दू धर्म की सबसे शुभ और शक्तिशाली अवधियों में से एक मानी जाती है। यह समय होता है आत्मशुद्धि, साधना और शक्ति की उपासना का। इस पावन अवसर पर माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। लेकिन अधिकतर लोग यह नहीं जानते कि 9 दिन की दुर्गा पूजा विधि क्या होती है, कौन-कौन सी Durga Puja Samagri (दुर्गा पूजा सामग्री) चाहिए और इस व्रत को कैसे निभाया जाए — यानी कि Durga Puja Vrat Vidhi in Hindi क्या है।

आइए इसे समझते हैं एक दिलचस्प संवाद के माध्यम से – ज्योति और आचार्य परिक्षित के बीच…

ज्योति और आचार्य परिक्षित के बीच संवाद – दुर्गा पूजा विशेष

(स्थान: एक शांत घर का पूजा कक्ष, जहाँ दीवार पर माँ दुर्गा की भव्य प्रतिमा और कलश सुसज्जित हैं। धूप और दीपक की लौ वातावरण को पवित्र बना रही है।)

ज्योति (सादर पूछती है): आचार्य जी, नवरात्रि नज़दीक आ रही है और मैं इस बार पूरे 9 दिन की दुर्गा पूजा विधि को सही तरीके से करना चाहती हूँ। क्या आप मुझे पूरी जानकारी देंगे?

आचार्य परिक्षित: ज्योति जी, यह बहुत शुभ विचार है। नवरात्रि में नौ दिनों तक देवी के अलग-अलग स्वरूपों की उपासना की जाती है। हर दिन का अलग महत्व है, अलग मंत्र है और अलग पूजा विधि है। यह केवल पूजा नहीं बल्कि आत्मबल और साधना का पर्व है।

"या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।"

— (दुर्गा सप्तशती, अध्याय 5)

हर दिन Maa Durga के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है:

दिन

देवी स्वरूप

तिथि की विशेषता

1

शैलपुत्री

शक्ति का मूल स्वरूप

2

ब्रह्मचारिणी

तप की देवी

3

चंद्रघंटा

सौंदर्य और वीरता

4

कूष्मांडा

सृष्टि की जननी

5

स्कंदमाता

ममता का प्रतीक

6

कात्यायनी

विजय और बल की देवी

7

कालरात्रि

संकट हरण करने वाली

8

महागौरी

शांति और करुणा

9

सिद्धिदात्री

सिद्धियों की प्रदायिका

9 दिन की दुर्गा पूजा विधि (Navratri ke 9 Din ki Pooja Vidhi)

हर दिन माँ के एक विशेष रूप की पूजा होती है। नीचे मैं पूरे नौ दिनों की पूजा विधि विस्तार से बता रहा हूँ:

1. पहला दिन – शैलपुत्री पूजा

देवी पार्वती का प्रथम रूप।

रंग: सफेद।

मंत्र: "ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः"

पूजा विधि: कलश स्थापना करें (Kalash Sthapana), जौ बोएं, गंगाजल छिड़कें, सफेद फूल अर्पित करें।

2. दूसरा दिन – ब्रह्मचारिणी पूजा

तप और संयम का प्रतीक।

रंग: गुलाबी।

मंत्र: "ॐ देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः"

पूजा विधि: पंचामृत स्नान, चंदन, फूल, अक्षत अर्पित करें।

3. तीसरा दिन – चंद्रघंटा पूजा

साहस और वीरता की देवी।

रंग: लाल।

मंत्र: "ॐ देवी चंद्रघंटायै नमः"

पूजा विधि: चंदन से तिलक करें, गुड़ का भोग लगाएं।

4. चौथा दिन – कूष्मांडा पूजा

सृष्टि की रचयिता।

रंग: नारंगी।

मंत्र: "ॐ देवी कूष्माण्डायै नमः"

पूजा विधि: मिष्ठान्न का भोग, दीपक से आरती।

5. पाँचवां दिन – स्कंदमाता पूजा

कार्तिकेय की माता।

रंग: पीला।

मंत्र: "ॐ देवी स्कंदमातायै नमः"

पूजा विधि: केला अर्पित करें, मोली बाँधें।

6. छठा दिन – कात्यायनी पूजा

विवाह, सौंदर्य और शक्ति की देवी।

रंग: हरा।

मंत्र: "ॐ देवी कात्यायन्यै नमः"

पूजा विधि: सिंदूर, चूड़ी, कुमकुम अर्पित करें।

7. सातवां दिन – कालरात्रि पूजा

अंधकार और नकारात्मकता का नाश करने वाली।

रंग: नीला या काला।

मंत्र: "ॐ देवी कालरात्र्यै नमः"

पूजा विधि: नींबू, लौंग, कपूर से आरती करें।

8. आठवां दिन – महागौरी पूजा

शांति, करुणा और शुद्धता की देवी।

रंग: सफेद।

मंत्र: "ॐ देवी महागौर्यै नमः"

पूजा विधि: सफेद मिठाई, नारियल अर्पण।

9. नवां दिन – सिद्धिदात्री पूजा

सभी सिद्धियों की प्रदाता।

रंग: बैंगनी।

मंत्र: "ॐ देवी सिद्धिदात्र्यै नमः"

पूजा विधि: तुलसी पत्र, चंदन, फल अर्पित करें।

Durga Puja Vrat Vidhi in Hindi (दुर्गा पूजा व्रत विधि)

ज्योति: आचार्य जी, व्रत कैसे रखा जाए? क्या उसके कुछ विशेष नियम होते हैं?

आचार्य परिक्षित: बिल्कुल होते हैं।

व्रत करने वाला व्यक्ति प्रातः ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण करे।

देवी के सामने दीपक जलाकर व्रत का संकल्प लें।

दिन भर फलाहार करें या केवल एक समय सात्विक भोजन लें।

प्याज, लहसुन, अन्न, तामसिक भोजन का त्याग करें।

माँ दुर्गा की आरती, मंत्र और दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।

व्रत के दौरान क्रोध, झूठ, अपशब्द और आलस्य से दूर रहें।

"व्रतेन दीर्घायुष्मान् भवति।"

— (मनुस्मृति)

Durga Puja Samagri List in Hindi (पूजा सामग्री सूची)

ज्योति: आचार्य जी, पूजा के लिए क्या-क्या सामग्री रखनी चाहिए?

आचार्य परिक्षित: बहुत उपयोगी प्रश्न। नीचे पूरी Durga Puja Samagri सूची है:

Durga Puja Samagri सूची:

कलश, नारियल, आम के पत्ते: - घट स्थापना के लिए

लाल वस्त्र, चुनरी:- देवी की सजावट के लिए

अक्षत, कुमकुम, हल्दी:- पूजा के लिए

फूल, हार, माला:- अर्पण के लिए

दीपक, कपूर, घी:- आरती के लिए

पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी, शक्कर):- अभिषेक के लिए

अगरबत्ती, धूप:- वातावरण की पवित्रता के लिए

फल, मिठाई, मिष्ठान्न: भोग के लिए

दुर्गा सप्तशती पाठ के लिए

अष्टमी/नवमी विशेष – कन्या पूजन (Kanya Pujan Vidhi)

5, 7 या 9 कन्याओं को बुलाकर चरण धोएं।

उन्हें भोजन कराएं – हलवा, चना, पूड़ी।

उन्हें चुनरी, बिंदी, चूड़ी और दक्षिणा दें।

यह पूजा माँ दुर्गा को अत्यंत प्रिय है।

धार्मिक संदर्भ और सार:

"देवी दुर्गा सभी रूपों में सृष्टि की रचना, पालन और संहार करती हैं।

नवदुर्गा के माध्यम से हमें शक्ति, शांति और सिद्धि तीनों प्राप्त होते हैं।"



निष्कर्ष (Conclusion)

इस संवाद के माध्यम से आपने जाना कि:

9 दिन की दुर्गा पूजा विधि क्या है

किस दिन कौन-सी देवी की पूजा होती है

व्रत कैसे रखा जाता है (Durga Puja Vrat Vidhi in Hindi)

और पूजा में कौन-कौन सी सामग्री चाहिए (Durga Puja Samagri List in Hindi)

यदि आप नवरात्रि को आत्मिक रूप से और विधिपूर्वक मनाना चाहते हैं तो इन सरल और शास्त्रीय विधियों को अपनाएं। इससे माँ दुर्गा की कृपा सदा आप पर बनी रहेगी।

राशिफल Today – हर दिन का सटीक भविष्यफल!

दैनिक राशिफल, पर्व-त्योहार, ज्योतिषीय उपाय और शुभ मुहूर्त के लिए RashifalToday.in पढ़ें। करियर, विवाह, वित्त और स्वास्थ्य संबंधी ज्योतिषीय सलाह पाएं। अपनी राशि के अनुसार सही मार्गदर्शन और सटीक भविष्यवाणी के लिए जुड़े रहें!

Tags:
Next Story
Share it