बिहार में एक बार फिर से BSSC तृतीय स्नातक की परीक्षा का पेपर लीक हो गया। पेपर कैंडिडेट्स के एग्जाम सेंटर पर बैठते ही बाहर आ गया। सोशल मीडिया पर वायरल भी होने लगा। यह परीक्षा दो दिन तक दो- दो शिफ्ट में होनी है। इसमें 9 लाख से ज्यादा कैंडिडेट्स शामिल हो रहे हैं। यह वैकेंसी आठ साल बाद आई है। इससे पहले 2014 में यह वैकेंसी आई थी। इसके पहले BPSC की 67वीं पीटी की परीक्षा पेपर लीक होने की वजह से रद्द करनी पड़ी थी।
अब परीक्षा रद्द होगी या नहीं इसको लेकर आयोग में मंथन चल रहा है। आयोग के चेयरमैन रविंद्र कुमार दफ्तर में अफसरों के साथ बैठक कर रहे हैं। आर्थिक अपराध के एसपी सुशील कुमार भी पहुंचे हुए हैं। सरकार के बड़े अफसरों से उनकी बातचीत चल रही है। यह तय है कि इस मामले की जांच आर्थिक अपराध करेगी। परीक्षा रद्द की जाएगी या नहीं इसका फैसला द्वितीय पाली की परीक्षा खत्म होने के बाद ही होगी। द्वितीय पाली की परीक्षा 4:15 बजे खत्म होगी।
शुकवार को BSSC तृतीय स्नातक परीक्षा पहली पाली शुरू होते ही पेपर बाहर गया। छात्र नेता दिलीप कुमार ने भास्कर को प्रश्न पत्र के पन्ने भेजे हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि यह आज हो रही शुक्रवार की परीक्षा के प्रश्न पत्र हैं कि नहीं यह परीक्षा खत्म होने के बाद ही पता चल पाएगा।
पहली शिफ्ट सुबह 10.15 से 12.15 बजे तक थी। भास्कर के पास यह पेपर सवा 11 बजे मिला था। पहली पाली में परीक्षा खत्म होने के बाद दैनिक भास्कर ने कैंडिडेट्स को ये प्रश्न पत्र दिखाए। उन्होंने पुष्टि की है कि हमें यही पेपर एग्जाम में मिला था।
11 बजे के आसपास पेपर वायरल हो गया :
बताया जाता है कि परीक्षा की पहली शिफ्ट सुबह 10.15 से 12.15 बजे तक थी. 11 बजे के आसपास पेपर वायरल हो गया. बीपीएससी पेपर लीक मामले के बाद सक्रिय रूप से आंदोलन करने वाले छात्र नेता दिलीप कुमार ने बताया कि बिहार कर्मचारी चयन आयोग का पेपर लीक हुआ है. उनके पास 11.00 और 11.15 बजे के बीच में यह आया और उसके बाद उन्होंने ही मीडिया और अधिकारियों को भेजा. दिलीप ने बताया कि परीक्षा 10:00 से 12:15 तक होनी थी. वह बोरिंग रोड स्थित एएन कॉलेज सेंटर के पास पहुंचे. जैसे ही परीक्षा खत्म हुई तो उन्होंने परीक्षार्थियों से पूछा कि क्या यही सवाल आया था, तो कहा गया कि हां हु ब हू यही प्रश्न आया है. इससे साफ जाहिर होता है कि सचिवालय सहायक की परीक्षा का पेपर लीक हो चुका है.
माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग :
मीडिया से बात करते हुए दिलीप ने कहा कि एक माह पहले उन्होंने अधिकारियों को बताया था कि सचिवालय सहायक की परीक्षा का पेपर लीक हो सकता है. माफिया सक्रिय हैं, लेकिन उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि बीपीएससी पेपर लीक के बाद से ही लगातार हमलोग सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. आज एक बार फिर छात्रों के साथ बड़ा धोखा हुआ है. उन्होंने प्रशासन से तत्काल इसकी जांच करने और माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.