March 2022 Fourth Week Vrat List: मार्च 2022 का चौथा सप्ताह 28 मार्च दिन सोमवार से शुरु हो रहा है. मार्च की अंतिम तारीख 31 गुरुवार को है. अप्रैल माह का प्रारंभ 01 तारीख शुक्रवार से हो रहा है. ऐसे में मार्च के अंतिम चार दिन और अप्रैल के शुरुआती तीन दिन इस सप्ताह में शामिल हैं. इन सात दिनों में कई महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार आने वाले हैं, जिनमें से चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ भी शामिल है. आइए जानते हैं कि इस सप्ताह में पापमोचिनी एकादशी (Papmochani Ekadashi), प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि, चैत्र अमावस्या, चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ (Chaitra Navratri 2022), कलश स्थापना या घटस्थापना, मां शैलपुत्री की पूजा, गुड़ी पड़वा, मां ब्रह्मचारिणी की पूजा कब है?
सप्ताह के व्रत एवं त्योहार
28 मार्च, दिन: सोमवार, पापमोचिनी एकादशी व्रत
पापमोचिनी एकादशी 2022: पापमोचिनी एकादशी चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को होती है. इस दिन व्रत करने और भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी पाप मिट जाते हैं और संकट दूर होते हैं. यह व्रत करने से देवलोक की अप्सरा को पिशाच योनी से मुक्ति मिली थी.
29 मार्च, दिन: मंगलवार, प्रदोष व्रत
प्रदोष व्रत 2022: चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत है. यह भौम प्रदोष व्रत है. इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से उत्तम स्वास्थ्य प्राप्त होता है. रोग और दोष दूर होते हैं.
30 मार्च, दिन: बुधवार, चैत्र माह की मासिक शिवरात्रि
मासिक शिवरात्रि 2022: हर माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है. चैत्र माह की मासिक शिवरात्रि 30 मार्च को है. इस दिन रात्रि प्रहर के शुभ मुहूर्त में भगवान शिव की आराधना की जाती है.
01 अप्रैल, दिन: शुक्रवार, चैत्र अमावस्या
चैत्र अमावस्या 2022: चैत्र अमावस्या 01 अप्रैल दिन शुक्रवार को है. इस दिन नदियों में स्नान करने और दान करने की परंपरा है. इस दिन पितरों की पूजा करते हैं, तर्पण, पिंडदान एवं श्राद्ध करते हैं. इससे पितृ दोष दूर होता है.
02 अप्रैल, दिन: शनिवार, चैत्र नवरात्रि की शुरुआत, गुड़ी पड़वा, नवरात्रि का प्रथम दिन, कलश स्थापना या घटस्थापना, मां शैलपुत्री पूजा
चैत्र नवरात्रि 2022: इस साल चैत्र नवरात्रि का प्रारंभ 02 अप्रैल दिन शनिवार से हो रहा है. चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से चैत्र नवरात्रि शुरु होती है. इस साल चैत्र नवरात्रि 02 अप्रैल से 11 अप्रैल तक है.
कलश स्थापना या घटस्थापना 2022: चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन यानी 02 अप्रैल को कलश स्थापना या घटस्थापना किया जाएगा. इसके बाद ही नवरात्रि का व्रत प्रारंभ होता है. इस दिन घटस्थापना प्रात: 06:10 बजे से प्रात: 08:31 बजे के मध्य कर सकते हैं. दोपहर में कलश स्थापना 12 बजे से 12:50 बजे के मध्य कर सकते हैं.
मां शैलपुत्री पूजा: चैत्र नवरात्रि के प्रथम दिन कलश स्थापना के बाद मां दुर्गा के प्रथम स्वरुप मां शैलपुत्री की पूजा करते हैं. इस बार मां शैलपुत्री की पूजा 02 अप्रैल को होगी.
गुड़ी पड़वा 2022: इस साल गुड़ी पड़वा 02 अप्रैल दिन शनिवार को है. गुड़ी पड़वा महाराष्ट्र, गोवा, आंध्र प्रदेश एवं कर्नाटक में मनाते हैं. इस दिन घरों में ध्वज लगाया जाता है.
03 अप्रैल, रविवार: मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
चैत्र नवरात्रि के दूसरे दिन मां दुर्गा के दूसरे स्वरुप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा होती है.