नवरात्रि (Navratri) में व्रत (Vrat) रखते समय कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें. इसमें कर्मकांड से लेकर व्रत के भोजन तक के नियम शामिल हैं.
देश के अधिकांश राज्यों में नवरात्रि (Navratri) का उत्सव मनाया जाता है. इस दौरान बड़ी तादाद में लोग व्रत (Vrat) रखते हैं, घट स्थापना (Ghat Sthapana) करते हैं. लेकिन जानकारी के अभाव में कुछ गलतियां कर बैठते हैं, जिसके कारण उन्हें व्रत का पूरा फल नहीं मिलता है या उनकी मनोकामनाएं पूरी नहीं होती हैं. कल (7 अक्टूबर 2021, शुक्रवार) से शुरू हो रही नवरात्रि के दौरान यदि आप भी व्रत कर रहे हैं तो ये जरूरी नियम (Rules) जान लें और व्रत के दौरान इनका पालन करें.
नवरात्रि व्रत करने के जरूरी नियम
व्रत करने का मतलब केवल भोजन न करना या अनाज ग्रहण करना नहीं है, बल्कि इससे मतलब मन को भी साफ रखने से है. व्रत के दौरान अपना पूरा ध्यान भक्ति-भाव में लगाने और नियमानुसार पूजा-पाठ करने से ही व्रत पूरा होता है. लिहाजा इन नियमों का पालन जरूर करें.
– नवरात्रि के पहले दिन विधि-विधान से घट स्थापना करें.
– नवरात्रि के दौरान रोज सुबह जल्दी स्नान करके साफ कपड़े पहनें और फिर पूजा स्थल की भी सफाई करें. इसके बाद रोज नियमानुसार पूजा करें.
– सुबह के अलावा शाम को भी घी का दीपक लगाकर आरती करें.
– यदि अखंड ज्योति प्रज्वलित की है तो उसके 9 दिन तक चौबीसों घंटे प्रज्वलित रखने का उचित इंतजाम करें. आखिरी दिन पूजा के बाद उसे बुझाएं नहीं बल्कि अपने आप ठंडी होने दें.
– दिन में जब भी समय मिले, रोजाना दुर्गा सप्तशती का पाठ करें और मंत्र जाप करें.
– व्रत में फलाहार करें. गलती से भी तामसिक चीजें न खाएं.
– मां दुर्गा उन्हीं लोगों पर कृपा करती हैं, जिनका मन भी शुद्ध हो. लिहाजा व्रत के दौरान ना तो गुस्सा करें और ना ही किसी को अपशब्द कहें.
– इस दौरान बाल-नाखून न काटें.