Worship Trees in Hinduism: हिंदू धर्म (Hindu Dharm) में देवी देवताओं के अलावा भी कई सारी ऐसी चीज़ें हैं जिन्हें पूजा जाता है. ऐसे ही हिन्दू धर्म में वृक्षों (Trees)को अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है. वृक्षों का जो स्थान हिंदू धर्म में है, वो किसी और धर्म में नहीं है. हिंदू धर्म में वृक्षों में देवी देवता का वास माना जाता है. यही कारण है कि वृक्षों की पूजा (Puja) की जाती है. आज हम आपको बताने जा रहें हैं 6 ऐसे वृक्षों के बारे में जिन्हें पूजा जाता है.
आंवले की पूजा करने से आरोग्यता और सुख-समृद्धि का वरदान प्राप्त होता है. माना जाता है कि आंवले के वृक्ष में भगवान विष्णु और शिवजी वास करते हैं.
श्रीमद् भागवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कहते है कि वृक्षों में पीपल का पेड़ सबसे श्रेष्ठ है. भगवान बुद्ध को भी पीपल के पेड़ के नीचे ही दिव्य ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. महिलाएं पुत्र प्राप्ति के लिए इस पेड़ की पूजा करती हैं, पीपल ही एकमात्र ऐसा वृक्ष है जिसमें कीड़े नहीं लगते हैं
भगवान शिव से जुड़े होने के कारण बिल्व वृक्ष का भी काफी धार्मिक महत्त्व है. कहा जाता है कि भगवान शिव को बिल्वपत्र चढ़ाने से वे प्रसन्न होते हैं. मंदिरों और घर के आसपास बेल का पेड़ होना शुभ माना जाता है.
भगवान विष्णु के प्रिय केले के पेड़ का प्रयोग अनेक धार्मिक कार्यों में किया जाता है, सत्यनारायण की कथा में इसके पत्तों का मंडप बनाया जाता हैं.
हिंदू धर्म में बरगद पेड़ को त्रिदेव अर्थात ब्रह्मा, विष्णु और महेश का प्रतीक माना जाता है. जीवन और मृत्यु का प्रतीक यह पेड़ मोक्ष प्रदायक माना जाता है, जो व्यक्ति दो वटवृक्षों का विधिवत रोपण करता है वह मृत्यु के बाद शिवलोक को प्राप्त होता है. मान्यता है कि निःसंतान दंपति बरगद के पेड़ की पूजा करें तो उन्हें संतान प्राप्ति हो सकती है.
नीम के पेड़ का सिर्फ औषधीय ही नहीं बल्कि धार्मिक महत्त्व भी है, शास्त्रों में इस पेड़ को मां दुर्गा का रूप माना जाता है. इसलिए इस पेड़ की नीमारी देवी के रूप में पूजा भी की जाती है.