Cheenk Aana Shubh Ya Ashubh: छींक आना एक सामान्य प्रक्रिया है. कभी बदलते हुए मौसम (Season) के कारण या कभी किसी एलर्जी (Allergy) के कारण छींक आ ही जाती है, लेकिन इसे अपशकुन के रूप में भी देखा जाता है. खास तौर पर किसी शुभ काम को करने से पहले यदि छींक आ जाए तो इसे शुभ नहीं माना जाता. इसके अलावा घर से निकलते हुए घर के किसी सदस्य को यदि छींक आ जाए तो भी हमारे परिजन (Relatives) हमें कुछ देर के लिए बाहर जाने से रोक देते हैं. हमारे यहां छींकने को लेकर बहुत सी प्राचीन मान्यताएं और विश्वास प्रचलित हैं, लेकिन शायद ही लोग यह जानते हैं कि छींक सिर्फ अशुभ संकेत ही नहीं देती, बल्कि इसमें कुछ शुभ संकेत भी छिपे होते हैं. कौन, कब, कहां और कैसे है छींकता है इस पर शुभ और अशुभ निर्भर करता हैं. तो चलिए जानते हैं छींकने के कुछ शुभ संकेतों के बारे में
हम में से बहुत कम लोग यह जानते हैं कि यदि कोई व्यक्ति किसी दुर्घटना स्थल, श्मशान में या फिर ऐसे स्थान पर जहां कुछ दुख का माहौल बना हो यदि वहां पर छींक देता है तो इसे शुभ संकेत माना जाता है.
इसके अलावा ऐसा भी माना जाता है यदि आप किसी शुभ काम के लिए जा रहे हैं और उस समय कोई गाय आपके सामने छींक दे तो आपका कार्य निश्चित रूप से सफल होता ही है.
– मान्यताओं के अनुसार यदि आप दवाई या किसी प्रकार की कोई औषधि लेते समय छींक दें, तो यह शुभ संकेत होता है, दवा लेते हुए छींक आने पर ऐसा माना जाता है कि बीमार व्यक्ति जल्दी ही ठीक हो जाएगा.
हम सभी जानते हैं कि घर से किसी कार्य के लिए निकलते हुए यदि छींक आ जाए तो इसे अशुभ माना जाता है, लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि यदि घर से निकलते समय एक या एक से ज्यादा बार छींक आ जाए तो यह शुभ संकेत होता है. मान्यता है कि आप जिस काम के लिए जा रहे हैं उसमें आपको सफलता ज़रूर मिलेगी.