हनुमान जयंती पर पूजा विधि और रहस्य: अनिल खंतवाल और आचार्य सुशील गिरी के बीच विशेष संवाद
Hanuman Jayanti 2025: हनुमान जयंती हिन्दू धर्म का एक अत्यंत पावन पर्व है, जो भगवान हनुमान जी के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। इस विशेष दिन पर भक्तजन घरों में श्रद्धा और विधिपूर्वक हनुमान जयंती पूजा विधि (Hanuman Jayanti Puja Vidhi at Home) का पालन करते हैं;
Hanuman Jayanti 2025: हनुमान जयंती हिन्दू धर्म का एक अत्यंत पावन पर्व है, जो भगवान हनुमान जी के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है। इस विशेष दिन पर भक्तजन घरों में श्रद्धा और विधिपूर्वक हनुमान जयंती पूजा विधि (Hanuman Jayanti Puja Vidhi at Home) का पालन करते हैं और बजरंगबली को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा, सुंदरकांड तथा बजरंग बाण का पाठ करते हैं।
यह लेख आपको विस्तार से बताएगा कि
हनुमान जयंती पर हनुमान जी की पूजा कैसे करें,
हनुमान जी को कैसे खुश करें,
पूजा सामग्री (Pooja Samagri) क्या होनी चाहिए,
और साथ ही साथ हनुमान जी की प्रतिदिन पूजा कैसे करें।
Acharya Susheel Giri द्वारा दिए गए इन विशेष उपायों और व्रत विधि (Pooja Vrat Vidhi) को अपनाकर आप अपने जीवन में भक्ति, बल और विजय का संचार कर सकते हैं।
यदि आप हनुमान जयंती 2025 को घर में शुभ और शक्ति से भरपूर मनाना चाहते हैं, तो यह संपूर्ण गाइड आपके लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगी।
अनिल खंतवाल और आचार्य सुशील गिरी के बीच एक संवाद: हनुमान जयंती पर पूजन विधि और उपाय
(स्थान: एक शांत वातावरण में, जहां हनुमान जी की भव्य प्रतिमा स्थापित है।)
अनिल खंतवाल: आचार्य जी, हनुमान जयंती निकट है और इस बार मैं इसे पूरे श्रद्धा और विधि-विधान से मनाना चाहता हूँ। कृपया बताइए कि हनुमान जयंती पर हनुमान जी की पूजा कैसे करें?
आचार्य सुशील गिरी (ध्यानपूर्वक मुस्कराते हुए): बहुत अच्छा विचार है अनिल जी। हनुमान जयंती पर पूजा करने से अद्भुत शक्ति, साहस और शांति की प्राप्ति होती है। इस दिन की पूजा विधि विशेष होती है, जिसे यदि सही तरीके से किया जाए तो प्रभु हनुमान अति प्रसन्न होते हैं।
हनुमान जयंती पूजा विधि (Hanuman Jayanti Puja Vidhi at Home)
प्रभात में उठकर स्नान करें और स्वच्छ लाल या भगवा वस्त्र धारण करें।
पूजा स्थान को साफ कर हनुमान जी का चित्र या प्रतिमा उत्तर दिशा में रखें।
पूजा के लिए निम्न Pooja Samagri तैयार रखें:
- सिंदूर
- चमेली का तेल
- लाल फूल
- तुलसी पत्र
- गुड़-चना
- धूप, दीपक, कपूर
- नारियल और लाल वस्त्र
- हनुमान चालीसा या सुंदरकांड पुस्तक
एक शांत मन से बैठकर “ॐ रामदूताय नमः” का उच्चारण करते हुए हनुमान जी का ध्यान करें।
प्रतिमा को जल, पंचामृत से स्नान कराएं (यदि मूर्ति है तो) या केवल गंगाजल छिड़कें।
फिर सिंदूर व चमेली के तेल से तिलक करें।
भोग में गुड़-चना, लड्डू या बूंदी अर्पित करें।
हनुमान चालीसा, बजरंग बाण या सुंदरकांड का पाठ करें।
अंत में दीप जलाकर हनुमान जी की आरती करें –
“आरती कीजै हनुमान लला की...”
अनिल खंतवाल: बहुत ही सरल और सुंदर विधि बताई आपने आचार्य जी। लेकिन मन में यह भी जानने की इच्छा है कि हनुमान जयंती पर हनुमान जी को कैसे खुश करें?
आचार्य सुशील गिरी: हनुमान जी को प्रसन्न करना अत्यंत सरल है – वे भक्ति, सादगी और सत्य आचरण के उपासक हैं।
आप निम्न बातों का पालन करें:
अपने जीवन में सेवा, नम्रता और परोपकार को अपनाएं।
मंगलवार और शनिवार को व्रत रखें।
इस दिन बंदरों को फल-चना, गाय को चारा और गरीबों को भोजन दें।
मन, वचन और कर्म से श्रीराम नाम का स्मरण करें।
अपने जीवन में किसी भी तरह का छल-कपट, झूठ, और हिंसा न रखें – यही हनुमान जी को सबसे प्रिय है।
अनिल खंतवाल: बहुत प्रभावशाली बात कही आपने। एक और प्रश्न है — हनुमान जी की आहुति कैसे दी जाती है?
आचार्य सुशील गिरी: यदि आप हवन करना चाहते हैं तो यह अत्यंत फलदायी होता है।
एक छोटा सा घरेलू यज्ञ कुंड बनाएं।
घी, गुड़, चना, गिलोय, लौंग, इलायची और गोघृत मिश्रित हवन सामग्री रखें।
मंत्र:
“ॐ हं हनुमते नमः स्वाहा”
या
“ॐ रामदूताय हुं फट स्वाहा”
इस मंत्र के साथ 11, 21 या 108 बार आहुति दें।
हवन के बाद शांति पाठ करें और आरती से समापन करें।
अनिल खंतवाल: आचार्य जी, मैं हनुमान जी की दैनिक पूजा भी करना चाहता हूँ। कृपया बताएं कि हनुमान जी की प्रतिदिन पूजा कैसे करें?
आचार्य सुशील गिरी: बिलकुल, ये तो आपके जीवन में स्थिरता और आत्मबल लाने वाला कार्य होगा।
प्रतिदिन की पूजा विधि:
सुबह उठकर स्नान करें और स्वच्छ लाल वस्त्र पहनें।
हनुमान जी के चित्र के सामने दीपक और अगरबत्ती जलाएं।
“ॐ हं हनुमते नमः” का 108 बार जप करें।
हनुमान चालीसा या बजरंग बाण का पाठ करें।
मंगलवार और शनिवार को विशेष पूजा करें, व्रत रखें, और हनुमान जी को सिंदूर-चमेली का तेल अर्पित करें।
दिनभर सत्य बोलें, संयम रखें और जरूरतमंद की मदद करें।
अनिल खंतवाल (प्रभावित होकर): आचार्य जी, आपने मुझे Hanuman Jayanti Pooja Vidhi, Vrat Vidhi, सभी प्रकार से विस्तार से समझा दिया। मैं यह जानकारी दूसरों तक पहुंचाना चाहता हूं, ताकि और लोग भी लाभान्वित हों। क्या मैं इस संवाद को अपने ब्लॉग या वेबसाइट पर प्रकाशित कर सकता हूँ?
आचार्य सुशील गिरी (स्नेह से): जरूर अनिल जी। धर्म और भक्ति की सही जानकारी को फैलाना ही आज की सबसे बड़ी सेवा है। आप इसे मेरे नाम के साथ साझा करें, मैं आनंदित होऊंगा।
राशिफल Today – हर दिन का सटीक भविष्यफल!
दैनिक राशिफल, पर्व-त्योहार, ज्योतिषीय उपाय और शुभ मुहूर्त के लिए RashifalToday.in पढ़ें। करियर, विवाह, वित्त और स्वास्थ्य संबंधी ज्योतिषीय सलाह पाएं। अपनी राशि के अनुसार सही मार्गदर्शन और सटीक भविष्यवाणी के लिए जुड़े रहें!