Today Panchang in Hindi: Aaj Ka Panchang Hindi Mein 28 February-2025 शुक्रवार का पंचांग जानें के लिए देखें राशिफल टूडे

Update: 2025-02-24 16:05 GMT

Aaj Ka Panchang Hindi Mein 28 February-2025    

ज्योतिष शास्त्र में पंचांग का अर्थ पाँच अंगों से मिलकर बना है। ये पाँच अंग हैं: तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण। इन्हीं पाँचों अंगों के संयोग से पंचांग बनता है। किसी भी शुभ मुहूर्त के लिए इन पाँचों अंगों को ध्यान में रखा जाता है। इनके आधार पर ही ज्योतिषी गणना करते हैं और फिर व्यक्ति के जन्म कुंडली के अनुसार स्थिर और चलित शुभ मुहूर्त निर्धारित किए जाते हैं।


आज का पंचांग - 28 फरवरी 2024 


🗓 हिन्दू मास एवं वर्ष

विवरण

मान्यताएँ

चन्द्र मास

अमांत - माघ

पूर्णिमांत - फाल्गुन

वैदिक ऋतु

शिशिर

द्रिक ऋतु

वसंत

विक्रम संवत

2081, पिंगल

शक संवत

1946, क्रोधी                                                                                                  


📅 आज की तिथि एवं नक्षत्र 

विवरण

तिथि और समय

तिथि

शुक्ल पक्ष प्रतिपदा - Feb 28 06:14 AM – Mar 01 03:16 AM

शुक्ल पक्ष द्वितीया - Mar 01 03:16 AM – Mar 02 12:09 AM

नक्षत्र

शतभिषा - Feb 27 03:43 PM – Feb 28 01:40 PM

पूर्वभाद्रपदा - Feb 28 01:40 PM – Mar 01 11:22 AM

करण

किस्तुघन - Feb 28 06:14 AM – Feb 28 04:47 PM

बव - Feb 28 04:47 PM – Mar 01 03:16 AM

बालव - Mar 01 03:16 AM – Mar 01 01:43 PM

योग

सिद्ध - Feb 27 11:40 PM – Feb 28 08:07 PM

साध्य - Feb 28 08:07 PM – Mar 01 04:24 PM                                  


🌞 सूर्य और चंद्रमा की स्थिति

ग्रह

 स्थिति

सूर्य राशि

 कुंभ

चन्द्र राशि

चन्द्रमा मार्च 01, 05:57 AM तक कुंभ राशि उपरांत मीन राशि पर संचार करेगा


🌞 सूर्य और चंद्रमा का समय

घटना

समय

सूर्योदय

6:53 AM

सूर्यास्त

6:25 PM

चन्द्रोदय

Feb 28 6:59 AM

चन्द्रास्त

Feb 28 6:57 PM                                                                             


🕉️ आज का शुभ मुहूर्त

शुभ मुहूर्त

 समय

अभिजीत मुहूर्त

12:16 PM – 01:02 PM

ब्रह्म मुहूर्त

07:04 AM – 08:32 AM, 04:08 AM – 05:35 AM

अमृत काल

05:16 AM – 06:04 AM                                           

Auspicious Yogas

त्रिपुष्कर योग - Mar 01 06:52 AM - Mar 01 11:22 AM



जानिए पंचांग क्या होता है?

पंचांग के इन पाँचों अंगों को मिलाकर किसी भी शुभ कार्य के लिए उचित समय निर्धारित किया जाता है। ज्योतिषी इन अंगों को देखकर व्यक्ति की जन्म कुंडली के अनुसार स्थिर (जैसे विवाह, गृह प्रवेश) और चलित (जैसे यात्रा, नौकरी शुरू करना) मुहूर्त निकालते हैं।


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