09 March 2025 Tithi: Aaj Ka Panchang Tithi Hindi Mein 09 March 2025 रविवार का पंचांग जानें के लिए देखें राशिफल टूडे
09 March 2025 Tithi: वैदिक ज्योतिष मार्च 9, 2025 पंचांग हिंदी में. दैनिक हिन्दू पंचांग के अनुसार 2025 मार्च 08 फाल्गुन शुक्ल पक्ष नवमी तिथि है. देखें 09- 03-2025 शुभ मुहूर्त पंचांग, तिथि, योग, राहुकाल.;
Aaj Ka Panchang Hindi Mein 9 March-2025
ज्योतिष शास्त्र में पंचांग का अर्थ पाँच अंगों से मिलकर बना है। ये पाँच अंग हैं: तिथि, वार, नक्षत्र, योग और करण। इन्हीं पाँचों अंगों के संयोग से पंचांग बनता है। किसी भी शुभ मुहूर्त के लिए इन पाँचों अंगों को ध्यान में रखा जाता है। इनके आधार पर ही ज्योतिषी गणना करते हैं और फिर व्यक्ति के जन्म कुंडली के अनुसार स्थिर और चलित शुभ मुहूर्त निर्धारित किए जाते हैं।
आज का पंचांग - 9 मार्च 2025
हिन्दू मास एवं वर्ष
विवरण
मान्यताएँ
चन्द्र मास
अमांत - माघ
पूर्णिमांत - फाल्गुन
वैदिक ऋतु
शिशिर
द्रिक ऋतु
वसंत
विक्रम संवत
2081, पिंगल
शक संवत
1946, क्रोधी
📅 आज की तिथि एवं नक्षत्र
विवरण
तिथि और समय
तिथि
शुक्ल पक्ष दशमी - Mar 08 08:16 AM – Mar 09 07:45 AM
शुक्ल पक्ष एकादशी - Mar 09 07:45 AM – Mar 10 07:44 AM
नक्षत्र
पुनर्वसु - Mar 08 11:28 PM – Mar 09 11:55 PM
पुष्य - Mar 09 11:55 PM – Mar 11 12:51 AM
करण
गर - Mar 08 07:57 PM – Mar 09 07:45 AM
वणिज - Mar 09 07:45 AM – Mar 09 07:41 PM
विष्टि - Mar 09 07:41 PM – Mar 10 07:45 AM
योग
सौभाग्य - Mar 08 04:24 PM – Mar 09 02:58 PM
शोभन - Mar 09 02:58 PM – Mar 10 01:56 PM
🌞 सूर्य और चंद्रमा की स्थिति
ग्रह
स्थिति
सूर्य राशि
कुंभ
चन्द्र राशि
कर्क राशि पर संचार करेगा
🌞 सूर्य और चंद्रमा का समय
घटना
समय
सूर्योदय - 6:45 AM
सूर्यास्त - 6:29 PM
चन्द्रोदय - Mar 09 2:08 PM
चन्द्रास्त - Mar 10 4:12 AM
🕉️ आज का शुभ मुहूर्त
शुभ मुहूर्त
समय
अभिजीत मुहूर्त - 12:13 PM – 01:00 PM
अमृत काल - 09:27 PM – 11:05 PM
ब्रह्म मुहूर्त - 05:08 AM – 05:56 AM
रवि पुष्य योग - Mar 09 11:55 PM - Mar 10 06:44 AM
सर्वार्थसिद्धि योग - Mar 09 11:55 PM - Mar 11 12:51 AM
⚠️ गण्डमूल नक्षत्र
नक्षत्र
समय
गण्डमूल नक्षत्र-नहीं
पंचांग क्या होता है
शुभ मुहूर्त की हमें आवश्यकता किसी न किसी कार्य में प्रतिदिन पड़ ही जाती है। चाहे हमें घर खरीदना हो, सोना खरीदना हो, किसी महत्वपूर्ण कार्य के लिए जाना हो, या फिर पर्व-त्योहार की बात हो, जैसे एकादशी, पूर्णिमा या अमावस्या। माह में पड़ने वाले व्रत-त्योहारों की सही तिथि जानने के लिए हमें पंचांग देखने की जरूरत होती है।