Chaitra Navratri 2025 me Mata ki Sawari: इस बार नवरात्रि में माता की सवारी क्या है?
Chaitra navratri 2025 me mata ki sawari: नवरात्रि के दौरान माता के आने और जाने की सवारी के भी ज्योतिष में बड़ा महत्व होता है और इसी से भविष्य की योजनाओं के बारे में भी आकलन किया जाता है। ज्योतिष में इस विषय को बड़ी ही गंभीरता से लिया जाता है कि नवरात्रि के दौरान माता के आने और जाने की सवारी क्या होगी और इससे देश और दुनिया में क्या परिणाम निकल सकते हैं।;
Chaitra Navratri 2025 : चैत्र नवरात्रि का आरंभ अब होने ही वाला है, लोगों ने गुड़ी पड़वा और नवरात्रि का पर्व मनाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। वहीं, नवरात्रि के दौरान माता के आने और जाने की सवारी के भी ज्योतिष में बड़ा महत्व होता है और इसी से भविष्य की योजनाओं के बारे में भी आकलन किया जाता है। ज्योतिष में इस विषय को बड़ी ही गंभीरता से लिया जाता है कि नवरात्रि के दौरान माता के आने और जाने की सवारी क्या होगी और इससे देश और दुनिया में क्या परिणाम निकल सकते हैं। तो आइए जानते हैं इस साल 2025 में चैत्र नवरात्रि के दौरान माता के आगमन और प्रस्थान की सवारी क्या होगी और ज्योतिष के अनुसार इसके क्या परिणाम हो सकते हैं।
2025 में नवरात्रि कब है
साल 2025 में 30 मार्च से नवरात्रि की शुरुआत हो रही है और 7 अप्रैल को नवरात्रि का समापन हो रहा है।
2025 में इस बार मां दुर्गा किस वाहन पर आएंगी?
माता इस बार हाथी पर सवार होकर पृथ्वी लोक में आएंगी और पृथ्वी लोक से विदा होंगी।
हाथी की सवारी को ज्योतिष में बहुत ही शुभ संकेत माना जाता है। कहा जाता है कि अगर माता की सवारी हाथी है तो देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में सुख समृद्धि की लहर आ सकती है और किसी महत्वपूर्ण युद्ध आदि पर भी विराम लग सकता है। देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में शांति कायम हो सकती है।
2025 में मां दुर्गा किस वाहन में जाएंगी?
हाथी पर सवार होकर ही पृथ्वी लोक से विदा होंगी। हाथी की सवारी को ज्योतिष में बहुत ही शुभ संकेत माना जाता है। कहा जाता है कि अगर माता की सवारी हाथी है तो देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में सुख समृद्धि की लहर आ सकती है और किसी महत्वपूर्ण युद्ध आदि पर भी विराम लग सकता है। देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में शांति कायम हो सकती है।
वहीं देश और दुनिया की अर्थव्यवस्था में भी सुधार होने के संकेत हैं। इसके साथ ही किसानों को भी अच्छी फसल प्राप्त होने और खेती से लाभ होने की संभावना भी बन सकती है।
मां का हाथी पर सवार होकर आना धन और धान्य में वृद्धि का संकेत देता है और ऐसा माना जाता है कि लोगों में प्रेम की भावना भी जाग्रत हो सकती है।